कभी खाली खाली सा लगे ज़िन्दगी,
फिर भी जीता जा रहा ,
दर्द को पीता जा रहा.
कभी तो थी उम्मीदों भरी ज़िन्दगी,
इस मायूसी से दूर ..
इस खामोशी से दूर
कभी सोच ले मुझे ,
कभी पुकार ले मुझे,
ऐसी चाहत है मेरे मायूस ज़िन्दगी की ,
खो गया हूँ ,ठहर गया हूँ ....
तेरी पुकार की इंतजार है मुझे
बंद मत कर दरवाजे ,
कुछ रौशनी तो इधर आ जाने दे
रौशन है तेरी दुनिया
मेरी दुनिया भी तो रौशन हो जाने दे.
फिर भी जीता जा रहा ,
दर्द को पीता जा रहा.
कभी तो थी उम्मीदों भरी ज़िन्दगी,
इस मायूसी से दूर ..
इस खामोशी से दूर
कभी सोच ले मुझे ,
कभी पुकार ले मुझे,
ऐसी चाहत है मेरे मायूस ज़िन्दगी की ,
खो गया हूँ ,ठहर गया हूँ ....
तेरी पुकार की इंतजार है मुझे
बंद मत कर दरवाजे ,
कुछ रौशनी तो इधर आ जाने दे
रौशन है तेरी दुनिया
मेरी दुनिया भी तो रौशन हो जाने दे.